तुलसी के उपयोग और गुण

मित्रों आज हम तुलसी के गुण और महिमा के बारे में बात करेंगे। भारत देश में अधिकांश घरों में तुलसी के छोड़ होते हैं
। भारत देश मे तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है। भारत के ऋषि मुनियों को हजारों वर्ष पूर्व तुलसी के गुण का ज्ञान था। इसलिए तुलसी को दैनिक जीवन मे प्रयोग हेतु प्रमुख स्थान दिया गया है। आर्युवेद में तुलसी के फायदों का विस्तृत वर्णन मिलता है। 
तो मित्रों आज हम तुलसी के फायदे, गुण और उपयोग के बारे मैं विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं। 




      तुलसी एक औषधीय पौधे है। जिसमें विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। तुलसी सभी रोगों को दूर करने के लिए और शारिरिक शक्ति बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर इस औषधीय पौधों को  प्रत्यक्ष देवी के रूप कहा गया है। भारत  देश में तुलसी पौधे को माता की उपाधि दी गई है। तुलसी के धार्मिक महत्व के कारण भारत में हर घर के आंगन में तुलसी के पौधे को रखे जाते है। तुलसी की कई प्रजातियां मिलती है इनमे से राम औऱ कृष्ण दोनो प्रजातियों मुख्य है।
            शास्त्रो के अनुसार तुलसी के पौधे को विपत्ति को रोकने वाला और रोगों को नाश करने वाला माना जाता है। तुलसी के पौधे में देवी लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी का पौधा भविष्य में होने वाली अनहोनि के बारे में संकेत देता है। घर में तुलसी के पौधे की स्थिति को देखकर आसानी से जाना जा सकता है कि आने वाले समय में कोई विपति आने वाली है कि नही। किसी भी पौधे की तरह तुलसी के पौधे की भी देख रेख करना जरूरी होता है। लेकिन समय पर पानी न देना ठंडी के कारण पौधे सुख जाना आम बात है। लेकिन अचानक से हरा भरा पौधा सुख जाए तो यह भविष्य में आने वाली किसी संकट का संकेत है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा बुध ग्रह से संबंधित है। ऐसे में जब बुध ग्रह आपके ऊपर बुरा प्रभाव डालना शुरू करता है तो तुलसी का पौधा भी सूखने लगता है। 
               मित्रों तुलसी के पौधे के साथ कई बातों जुडी हुई है। तुलसी का पौधा कई बार पितृ दोष के कारण भी सुख जाता है। अगर किसी उपर पितृ दोष का प्रकोप है तो भी तुलसी का पौधा बार बार सूखता रहता है। अगर आप तुलसी के पौधे को अपनी छत पर रखते हों तो इससे बुध ग्रह कमजोर हो जाता है। आपको बता दें कि बुध ग्रह को धन का और व्यापार का स्वामी माना जाता है। 
      भारत के ग्रंथों में तुलसी का विस्तृत वर्णन किया गया है। चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में भी तुलसी का विस्तृत वर्णन किया गया है। तुलसी के पौधे की ऊंचाई सामान्यतः 40 सेमी से 60 सेमी तक होती है। तुलसी को छोटे छोटे सफेद रंग के फूल आते है। उनमें से काले रंग के बीज निकलते है। 

तुलसी के उपयोग और फायदे  

          तुलसी का प्रयोग ज्यादातर घरेलू उपचार के लिए किया जाता है। 

💥 तुलसी के रस को शहद में मिलाकर चाटने से चक्कर आना बंद हो जाता है।

💥 तुलसी के पतो को गर्म पानी से धोकर खाने से लिवर की परेशानी में आराम मिलता है।

💥 दाद और खुजली वाले स्थान पर तुलसी का अर्क लगाने से आराम मिलता है।

💥 जिसको सर्दी जल्दी हो जाती है उसीको तुलसी के पतो को दूध में उबालकर पीने से आराम मिलता है। 

हमारे जीवन में तुलसी के कई सारे फायदे होते है। औषधीय उपयोग की दृष्टि से तुलसी की पत्तियां ज्यादा गुणकारी मानी जाती है। आप तुलसी के पतियों को तोड़कर खा सकते हैं। जो शरीर के लिए बहुत गुणकारी होते है। तुलसी की पत्तियों को खाने से शर्दि, बुखार, खाँसी में बहुत राहत मिलती है। तुलसी के साथ तुलसी के बीज का भी चूर्ण बनाकर खा सकते हो। जो शरीर के लिए बहुत गुणकारी होता हैं। तुलसी के पतियों में पाचन शक्ति, भूख बढ़ाने और रक्त को शुद्व करने का गुण होता है। दिमांग के लिए तुलसी के पते लाज़वाब काम करता है।  तुलसी का सेवन करने से मष्तिष्क की कार्यक्षमता और याद शक्ति तेज होती हैं। शरीर की अच्छी सेहत के लिए हररोज 4 - 5 तुलसी के पतियों को खानी चाहिए। अधिक काम करने से अथवा अधिक तनाव के कारण सिरदर्द में राहत पाने के लिए तुलसी के तेल की एक दो बूंद  नाक में डालने से आराम मिलता है। आप के माथे में जु अथवा लिख पड़ी है तो तुलसी का तेल लगाने से जु मर जाती है। किसी को आँखों से कम दिखाई देता है तो तुलसी के पतो के रस के एक दो बूंद आँख में डालने से फायदा होता है।




        तुलसी की पत्तियां कान में दर्द और सुजन से आराम दिलाने के लिए असरकारक है। तुलसी की पत्तिया दाँत के दर्द में आराम दिलाने में असरकारक है। दाँत दर्द से आराम पाने के लिए काली मिर्च और तुलसी के पतो की गोली बनाकर रखने से दाँत दर्द में आराम मिलता है। सर्दी जुकाम मौसम बदलाव के कारण गले में खराश होती है इसमें राहत पाने के लिए तुलसी बहुत गुणकारी है। तुलसी की पत्तिया अस्थमा के मरीजो और सुखी खाँसी से पीड़ित लोगों को बहुत लाभकारी होती हैं। जिसकी पाचन शक्ति कमजोर है उसको तुलसी का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है। मुत्र में जलन होंता है तो तुलसी के बीज का सेवन करने से जल्द आराम मिल जाता हैं। दिमाग के लिए तुलसी का सेवन लाभकारी होता है। 



            भारत देश में  हर मंदिर में तुलसी का उपयोग किया जाता है। मंदिर में भगवान को तुलसी का भोग दिया जाता है। हिन्दू धर्म के तुलसी का बहुत महत्व है। तुलसी के पते को भगवान की पूजा में उपयोग किया जाता है। इसलिए हमारे देश में तुलसी का बहुत महत्व है। 

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💥 उपसंहार :- 

तुलसी का पौधा हमारे लिए बहुत उपयोगी और जरूरी है। दवाई खाने अच्छा है कि तुलसी का काढ़ा पिए और पते खाए जिसके कोई दुष्प्रभाव भी नही होता। तुलसी का आर्युवेद में भी विशेष स्थान है। 
  

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